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हरियाणा के असंतुष्ट इंजीनियर्स ने INTEL की नौकरी को मारी लात, खोला बिरयानी ठेला, कमा रहे सैलरी से दुग्ना पैसा

कहते हैं अगर रिस्क उठाओगे तभी कामयाब होगे। लेकिन ज्यादातर लोग रिस्क उठाने से डरते हैं। बहुत कम ही लोग ऐसे होते हैं जो ऐसा करते हैं। आज के समय में बहुत से युवा स्नातकोत्तर के बाद बेरोजगार बैठे हैं। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति की नौकरी लगती है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता और नौकरी करते-करते जब उसे चार-पांच साल हो जाएं तो फिर वह नौकरी ही उसकी कमाई का जरिया बन जाती है। लेकिन कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जो अपनी नौकरी से संतुष्ट भी नहीं होते। उन्हें कुछ बड़ा और अलग करना होता है। लेकिन फिर भी वह अपनी नौकरी को छोड़ने का जोखिम नहीं उठा पाते और न चाहते हुए भी अपनी पूरी जिंदगी उसी नौकरी में बिता देते हैं। आज हम आपको हरियाणा के दो इंजीनियरों के बारे में बताएंगे जिन्हें किसी के आदेशों पर काम करना मंजूर नहीं हुआ और अपनी अच्छी खासी नौकरी को लात मारकर बिरयानी का ठेला खोल लिया और आज इनकी कमाई नौकरी से मिलने वाली पगार से कहीं ज्यादा है।

हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले सचिन और रोहित 9 से 5 की अपनी नौकरी और मिलने वाली पगार से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं थे। इसलिए दोनों ने नौकरी छोड़ ‘इंजीनियर्स वेज बिरयानी’ के नाम से बिरयानी का स्टॉल शुरू किया। सचिन और रोहित का कहना है कि वे बिरयानी बेचकर काफी खुश हैं।

बता दें कि सचिन ने पॉलिटेक्निक डिप्लोमा किया था जबकि रोहित ने B.Tech की डिग्री ली थी। इसके बाद दोनों की नौकरी लग गई, लेकिन दोनों अपनी पगार से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं थे।

नौकरी की पगार से ज्यादा इनकी कमाई

भारत में शायद ही कोई ऐसा हो जिसे बिरयानी पसंद न हो। आम तौर पर बिरयानी 20, 30 या 40 रुपए की फुल प्लेट मिलती है, लेकिन इन दोनों की बिरयानी का रेट 70 रुपए है, वहीं यदि आप हाल्फ प्लेट खरीदते हैं तो आपको यह 50 रुपए की मिलेगी। दरअसल सचिन और रोहित ऑयल फ्री बिरयानी बेचते हैं। यही नहीं इनका दावा है कि बिरयानी बेचकर इनकी कमाई दोनों को मिलने वाली पगार से कहीं ज्यादा है।

इंजीनियर्स वेज बिरयानी (Engineers Veg Biryani) के स्टॉल सोनीपत में कई जगह स्थापित किए जा चुके हैं और दोनों की योजना अपने इस बिजनेस को और बढ़ाने की है। यही नहीं आज सचिन और रोहित युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गए है, वे लोगों को अच्छी कमाई के रास्ते तलाशने की सलाह देते है। दोनों का कहना है कि बेरोजगारी एक समस्या है, लेकिन इस समस्या को चुनौती देने के लिए हमें रास्ते तलाशने होंगे।

IIT के छात्र ने नौकरी छोड़कर शुरू किया डेयरी बिजनेस

यह पहली बार नहीं है जब किसी इंजीनियर ने या किसी भी व्यक्ति ने अपनी नौकरी छोड़ने का रिस्क उठाया हो। इससे पहले IIT छात्र किशोर इंदुकुरी ने भी ख रिस्क उठाया है। बता दें कि किशोर INTEL के कर्मचारी और आईआईटी के छात्र हैं। अमेरिका में अपनी अच्छी खासी नौकरी को लात मारकर इन्होंने भारत में अपना डेयरी का बिजनेस (Dairy Business) शुरू किया।

साल 2012 में किशोर ने 20 गायों के साथ डेयरी का बिजनेस शुरू किया था। आज उनकी कंपनी प्रतिदिन 10,000 ग्राहकों तक अपना दूध सप्लाई करती है और कंपनी का सालाना आय 40 लाख रुपए है।

Rajni Thakur

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